Friday, September 04, 2009

Saahas









निर्बल मैं... बेबस मैं...
करती नहीं कुछ... कहती नही कुछ...
एक चुप की चादर ओढ़ ली है मैंने...

सहमी मैं... डरी मैं...
अंधेरों में... सन्नाटों में...
आसू से आंखें धो ली है मैंने...

अनजान मैं... बेजान मैं...
कहानियाँ बुनती... सपनों को चुनती...
जादू की पोटली खोल ली है मैंने...

हस्ती मैं... खिलती मैं...
खिड़कियों से... झरोखों से...
एक लहर खुशी की छू ली है मैंने...

निर्भय मैं... निडर मैं...
ठानी है अब... बदलेगा सब...
अपनी ही ज़िन्दगी कब जी है मैंने?


Note:
I wrote this after watching the film, ‘Heaven On Earth’ by Deepa Mehta starring Preity Zinta

Read about the movie, check pics and trailer

2 comments:

  1. nice meaning..! but u got a couple of probs there..

    Khushi ko andar kar; LEE can't go here unless we change 'khushi ko' to 'khushi toh', which of course, won't make sense n wil be a suicide..

    Saahas is a guy, don't change its sex.. so LIYA there also..

    n i think it's cool cuz u got two LIYAs there, so even they can't go with the LEE tone of the whole thing, they can at least talk to each other! cheers! ;)

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  2. yeah! followed the suggestion and have changed the lines.... thnku.. :)

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